Bhagwat Geeta in Hindi PDF: दोस्तों श्रीमद्भगवद्गीता हिंदुओं का एक बहुत ही पवित्र ग्रंथ है. महाभारत युद्ध के समय भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान अर्जुन को प्रदान किया था. भागवत गीता में श्री कृष्ण ने सांख्य योग, कर्म योग, ज्ञान योग और भक्ति योग आदि के बारे में अर्जुन को बताया था. इस आर्टिकल के माध्यम से आप श्रीमद्भगवद्गीता के हिंदी पीडीएफ (Bhagwat Geeta Pdf in Hindi) को डाउनलोड कर सकते हैं.
भागवत गीता | Bhagwat Geeta In Hindi Pdf
आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को भगवत गीता का उपदेश दिया था. भागवत गीता के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी हैं. इन्होंने ही भागवत गीता (Bhagwat Geeta Pdf in Hindi) जैसे महान ग्रंथ की रचना की थी. भगवत गीता हिंदुओं की एक महानतम धार्मिक पुस्तक है. भागवत गीता के माध्यम से व्यक्ति मोह माया के बंधनों से छूटकर ईश्वर को प्राप्त कर सकता है.

भागवत गीता का ज्ञान अर्जुन को देते समय श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपना दिव्य विराट रूप भी दिखाया था. जिससे उनके सारे विकार समाप्त हो गए थे तथा उनके मन में जितने भी प्रश्न थे, उन सभी का उत्तर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को दिया था. इन्हीं प्रश्न उत्तर के पर ही संपूर्ण गीता आधारित है. हमने यहां पर भागवत गीता हिंदी पीडीएफ (Bhagwat Geeta in Hindi PDF) डाउनलोड करने का लिंक दिया है. जिसके माध्यम से आप श्रीमद्भगवद्गीता को के को डाउनलोड करके आसानी से पढ़ सकते हैं.
Bhagwat Geeta In Hindi Pdf Details:
Name of PDF | Bhagwat Geeta In Hindi Pdf |
Category | Religion |
Language | Hindi |
PDF Size | 490 KB |
Pages | 256 |
Download Cost | Free |
Download Link | Available |
Bhagwat Geeta in Hindi PDF Download
(Bhagwat Geeta in Hindi Pdf free Download)
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके भगवत गीता हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं:
श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय | Bhagwat Geeta PDF in Hindi
भगवत गीता को महर्षि वेदव्यास जी ने 18 अध्याय तथा 700 श्लोक से सुसज्जित किया है. यह भारतीय संस्कृति का एक अद्भुत दार्शनिक ग्रंथ है. वैसे तो भगवत गीता महाभारत का ही एक पार्ट है लेकिन भगवत गीता हिंदुओं की सबसे अधिक लोकप्रिय पुस्तक है. हमारी सनातन संस्कृति में भगवत गीता को अलग अलग जगह ईश्वर गीता, अनंत गीता, हरि गीता, व्यास गीता और गीता अदि नामो से भी जाना जाता है.
श्रीमद्भगवद्गीता के सभी 18 अध्याय के नाम तथा उनमे स्थित श्लोकों की संख्या निम्न प्रकार है:
अध्याय | शीर्षक नाम | श्लोक संख्या |
1 | अर्जुनविषादयोग | 47 |
2 | सांख्ययोग | 72 |
3 | कर्मयोग | 43 |
4 | ज्ञानकर्मसंन्यासयोग | 42 |
5 | कर्मसंन्यासयोग | 29 |
6 | आत्मसंयमयोग | 47 |
7 | ज्ञानविज्ञानयोग | 30 |
8 | अक्षरब्रह्मयोग | 28 |
9 | राजविद्याराजगुह्ययोग | 34 |
10 | विभूतियोग | 42 |
11 | विश्वरूपदर्शनयोग | 55 |
12 | भक्तियोग | 20 |
13 | क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविभागयोग | 34 |
14 | गुणत्रयविभागयोग | 27 |
15 | पुरुषोत्तमयोग | 20 |
16 | दैवासुरसम्पद्विभागयोग | 24 |
17 | श्रद्धात्रयविभागयोग | 28 |
18 | मोक्षसंन्यासयोग | 78 |
श्रीमद्भगवद्गीता हिंदी वर्णन | Shrimad Bhagwat Geeta PDF
श्रीमद्भगवद्गीता (shrimad bhagwat geeta pdf) भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन के माध्यम से संसार को प्रदान किया गया दिव्य ज्ञान है जिसे महर्षि वेदव्यास जी ने 18 अध्याय तथा 700 श्लोक के एक ग्रंथ में संकलित किया है. भगवत गीता को पढ़ने से मनुष्य को शांति तथा समृद्धि प्राप्त होती है.
द्वापर युग में कौरव अपने ही चचेरे भाई पांडवों से छल करके उनका सारा राजपाट छीन लेते हैं तथा उन्हें 12 वर्ष का वनवास और 1 वर्ष का अज्ञातवास दे देते हैं. 12 वर्ष का वनवास पूर्ण करने पर भी जब कौरव पांडवों को उनका राज्य उन्हें लौटाने से मना कर देते हैं तब पांडव कौरवों से युद्ध करने का निर्णय करते हैं. जिसके बाद कौरवों तथा पांडवों का युद्ध कुरुक्षेत्र में युद्ध निश्चित होता है.
इस युद्ध में भगवान श्री कृष्ण पांडव पक्ष की ओर से युद्ध में सम्मिलित होते हैं. वह अर्जुन के रथ के सारथी बनते हैं. जब कुरुक्षेत्र में कौरवों तथा पांडवों की सेना आमने सामने होती है तब अर्जुन युद्ध में अपने प्रिय जनों की मृत्यु के बारे में विचार करता है और दुख से उसका ह्रदय भर जाता है. वह अपनी स्थिति तथा विषाद के बारे में भगवान श्री कृष्ण को बताता है तथा युद्ध करने से मना कर देता है.
अर्जुन भगवान श्रीकृष्ण से कहता है की हे मधुसूदन यदि मैंने अपने ही भाइयों, गुरुओं और प्रियजनों को मारकर यह युद्ध जीत भी लिया तो क्या लाभ होगा। मैं अपने भाइयों और प्रियजनों का वध नहीं कर सकता। मुझसे यह कार्य नहीं होगा और यह कहकर अर्जुन काफी ज्यादा दुखी हो जाते हैं.
इसके बाद श्री कृष्ण और अर्जुन के मध्य संवाद होता है जिसमें भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को गीता का ज्ञान प्रदान करते हैं. श्री कृष्ण तथा अर्जुन के मध्य होने वाले इस संवाद को ही हम श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से जानते हैं. श्री कृष्ण अर्जुन को जीवन के कर्तव्य, उद्देश्य, सत्य, आत्मा तथा परमात्मा सभी के बारे में बताते हैं तथा अर्जुन की के सभी प्रश्नों का उत्तर उसे देते हैं. जिसके बाद अर्जुन की सारी चिंताएं तथा दुख समाप्त हो जाता है. इस संवाद में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को अपना परमात्मा स्वरुप विराट रूप भी दिखाते हैं. यह सब देखने के बाद अर्जुन युद्ध के लिए तैयार हो जाते हैं और उसके बाद पूर्ण मन से युद्ध करते हैं.
भागवत गीता व्यक्ति को उसके जीवन के उद्देश्य, सत्य, आत्मा तथा परमात्मा को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. भागवत गीता पढ़ने से मनुष्य को जीवन के संघर्षों में धैर्य, साहस और शांति मिलती है तथा वह अपने दुखों को भूलकर अपने कर्तव्य तथा उद्देश्यों की ओर अग्रसर होता है.
भागवत गीता पढ़ने के लाभ | Bhagwat Geeta In Hindi Pdf
श्रीमद् भागवत गीता (Bhagwat Geeta in Hindi PDF) को नित्य प्रतिदिन पढ़ने से जीवन में मनुष्य को अपने विकारों से मुक्ति मिल जाती है. जो व्यक्ति भगवत गीता का सच्चे मन से अध्ययन करते हैं उन्हें काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि मन को विचलित करने वाले विकारों से धीरे-धीरे मुक्ति प्राप्त होती है. सनातन धर्म में भागवत गीता को एक बहुत ही विशेष ग्रंथ माना जाता है. श्रीमद भगवत गीता भगवान श्री कृष्ण जी के मुख से निकला हुआ अमृत के समान एक दिव्य संदेश है जो उन्होंने अर्जुन के माध्यम से इस संसार को दिया था. आज हम आपको भगवत गीता को पढ़ने से प्राप्त होने वाले कुछ विशेष फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं.
- भागवत गीता का अध्ययन करने से व्यक्ति अपने विकारों जैसे काम, क्रोध, मोह, लोभ आदि पर नियंत्रण पा लेता है.
- भागवत गीता को पढ़ने से मनुष्य को अपने जीवन के संघर्षों में भी धैर्य और शांति मिलती है तथा उसके जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है.
- श्रीमद्भगवद्गीता का प्रतिदिन अनुसरण करने से मनुष्य के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है जिससे वह अपने जीवन के कर्तव्य तथा उद्देश्यों की ओर अग्रसर होकर एक महान व्यक्ति बन जाता है.
- गीता को प्रतिदिन पढ़ने से मनुष्य को व्यक्ति को सत्य और ज्ञान प्राप्त होता है. जिससे उसे सही और गलत में अंतर का पता चलता है तथा वह उचित निर्णय लेने में सक्षम हो जाता है.
- श्रीमद्भगवद्गीता का प्रतिदिन अध्ययन करने से व्यक्ति को आत्मा तथा परमात्मा के संबंध का भी बोध होता है जिससे ईश्वर के प्रति भक्ति तथा आस्था में भी वृद्धि होती है.
FAQs: Bhagwat Geeta In Hindi Pdf
प्रश्न.1 श्रीमद्भगवद्गीता क्या है?
उत्तर. श्रीमद्भागवत गीता हिंदू धर्म का एक पवित्र तथा पौराणिक ग्रंथ है जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से संसार को जीवन के कर्तव्य, उद्देश्य, सत्य, आत्मा तथा परमात्मा का ज्ञान दिया था.
प्रश्न.2 भागवत गीता को कैसे पढ़ते हैं?
उत्तर. भागवत गीता को पढ़ने के लिए प्रतिदिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद आसन पर बैठकर ध्यान से श्रीमद भगवत गीता का पाठ करना चाहिए। इससे व्यक्ति को मानसिक तथा आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है.
प्रश्न.3 भागवत गीता को पढ़ने से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं?
उत्तर. श्रीमद भगवत गीता को पढ़ने से मनुष्य को व्यक्ति को उचित अनुचित का ज्ञान मिलता है जिससे वह जीवन के लक्ष्य तथा उद्देश्य को पूर्ण करने की ओर अग्रसर होता है. इसके साथ ही उस व्यक्ति को सत्य, आत्मा तथा परमात्मा के बारे में भी पूर्ण ज्ञान मिलता है.